मृत्यु के बाद आप वही बन जाएंगे , जैसे आप जन्म लेने से पहले थे |
Great thinkers
↬ आर्थर शोपेनहावर ↫
➤ जन्म - 22 फरवरी 1788
➤ निधन - 21 सितंबर 1860
➤➤आर्थर जर्मनी के प्रसिद्ध दार्शनिक थे | वे " नास्तिक निराशावाद " के दर्शन के लिए प्रसिद्ध है | उन्होंने 25 वर्ष कि आयु में शोधपत्र प्रस्तुत किया जिसमे लिखा था कि केवल तर्क संसार के गूढ़ रहस्यों से पर्दा उठा सकता है |
1. जिस व्यक्ति में टैलेंट / talent होता है , वह उस लक्ष्य को हासिल करने में सफल / success होता है , जहां कोई नहीं पहुच पाता है | जीनियस / genius व्यक्ति उस लक्ष्य तक पहुचंता है , जो किसी को दिखाई नहीं देता है |
2. सत्य तीन स्टेज से गुजरता है | पहला - उनकी निंदा होती है | दूसरा - लोग उसके विरुद्ध बोलते है | लड़ते है | तीसरा - इसे स्वीकार कर लिया जाता है |
3. महान लोग , एक बिज कि तरह होते है | वे अपना घोसला किसी ऐसी जगह पर बनाते है , जहां बिल्कुल शांति होती है |
4. महान लोगो की किस्मत में अकेले रहना होता है |
5. मृत्यु के बाद आप वही बन जाएंगे , जैसे आप जन्म लेने से पहले थे |
6. मनुष्य कि खुशियों के दो ही दुश्मन हो सकते है | पहला - बोरियत और दूसरा - दर्द |
7. दौलत - शोहरत किसी गहरे समुद्र की तरह है | हम जितना पानी पीते है , उतनी प्यास बढती रहती है | ऐसा ही बील्कुल प्रसिद्धि के साथ होता है |
8. हर आर्ट वर्क / art work को प्रिंस की तरह ट्रीट करे , जो सबसे पहले आपसे बात करे | यह जरुरी है |
9. बदलाव ही एक मात्र ऐसी चीज है जो अनंत , जीवंत , अमर और निरंतर है |
10. एक्शन / action लेते वक्त दिल यानी जज्बातों को मुख्य क्लवालीफिकेशन कहा जाता है | ठीक उसी तरह जैसे काम में दिमाग को सबसे ज्यादा महत्व दिया जाता है |
11. हर दिन , जिन्दगी कि तरह है | जब सुबह उठते है तो लगता है जैसे जन्म हुआ है | हर सुबह , युवा की तरह लगती है और रात का वक्त मौत की तरह दिखता है |
12. मनुष्य जिन चीजो को चाहता है उनके लिए प्रयत्न कर सकता है , लेकिन जिन चीजो को चाहता है उनकी चाहत नहीं कर सकता है |
13. प्राकृतिक तौर पर ही एक पुरुष दुसरे पुरुष से अलग होता है , लेकिन महिलाए तो हमेशा से ही एक-दूजे की दुश्मन होती है |
14. एक बात हमेशा याद रखे कि जब आप पहाड़ कि चोटी पर पहुच जाएंगे तो स्पीड / speed खुद आएगी |
15. किताब खरीदना तभी अच्छी बात साबित होगी , जब हमारे पास उन किताबो को पढने के लिए पर्याप्त समय हो |
16. इंसान तभी तक आजाद रहता है जब तक अकेला है , आत्मनिर्भर / Atmanirbhar होता है | अगर उसे एकांत पसंद नहीं है तो इसका मतलब है उसे आजादी पसंद नहीं है |
17. प्रतिभाशली व्यक्ति उस लक्ष्य को पा लेता है जो कोई और हासिल नहीं कर पता | जबकि विलक्षण आदमी वह लक्ष्य / lakshy हासिल कर लेता है , जिसके बारे में कोई और सोच भी नहीं सकता है |
18. सीमित क्षमताओ वाले व्यक्ति के लिए विनम्रता ही ईमानदारी है | लेकिन जो लोग महान प्रतिभाशाली होते है उनके लिए यह सिर्फ पाखंड है |
19. शहीद होना ही एक तरीका है जिसके जरिए इंसान बिना किसी प्रतिभा के भी प्रसिद्ध हो सकता है |
20. क्रिया में सबसे बड़ा गुण है साफ दिल और काम में सबसे बड़ा गुण होता है शानदार दिमाग |
21. डॉक्टर इंसान की कमजोरियां देखता है | वकील उसकी दुष्टता देखता है और धर्मशास्त्री उसकी सारी मूर्खताए देखता है |
22. संपत्ति समुद्र के पानी कि तरह होती है , जितना हम इसे पिते है उतनी प्यास बढती जाती है , यही बात प्रतिष्ठा पर भी लागु होती है |
23. इंसान हर वो काम कर सकता है जो वो चाहता है , लेकिन वो क्या चाहता है यह नहीं जनता |
24. दर्द से मुक्ति पाना हो दूर रहना हो तो ख़ुशी का भी बलिदान देना होता है |
25. अगर हमारी खुद में ही बहुत दिलचस्पी नहीं होगी तो जीवन नीरस हो जाएगा और हममे से कोई भी इसे सहन नहीं कर पाएगा |
26. आदमी के शब्द ही दुनिया कि सबसे टिकाऊ चीज हो जाएगी |
27. दोस्त और अच्छी जान-पहचान अच्छी तक़दीर के पासपोर्ट की तरह है |
28. अधिकतर व्यक्ति अपने विचारो की सीमा को ही दुनिया की सीमा भी समझता है |
29. इस बात में कोई शक नहीं है कि जीवन हमे आनंदित रहने के लिए नहीं मुसीबतों से उबरने के लिए मिला है |
30. इच्छाशक्ति ऐसी हो जैसे एक द्रष्टिहीन व्यक्ति अपने कंधो पर किसी अच्छी द्रष्टि वाले व्यक्ति को बिठाकर ले जा सकता है |
31. हर देश दुसरे देशो पर हंसता है और सभी सही होते है |
32. हमारे सारे डर इस बात पर निर्भर करते है कि दुसरो से हमारे संबंध कैसे है |
33. इंसान के दिमाग कि महानतम उपलब्धियों को आमतौर पर संदेह के साथ ही स्वीकार किया जाता है |
34. समझदार व्यक्ति हमेशा एक ही बात कहते है और मुर्ख जो बहुसंख्यक है हमेशा उल्टा काम करते है |
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