जो चाहा कभी पाया नहीं -best hindi poem
जो चाहा कभी पाया नहीं
जो पाया कभी सोचा नहीं
जो सोचा कभी मिला नहीं
जो मिला रास आया नहीं
जो खोया वो याद आता है
पर जो पाया संभाला जाता नहीं
क्यों अजीब सी पहेली जिन्दगी
जिसको कोई सुलझा पता नहीं
जीवन में कभी समझोता करना पड़े
तो कोई बड़ी बात नहीं
क्योकि झुकता वही है जिसमे जान होती है
अकड़ तो मुर्दे की पहचान होती है
जिन्दगी जीने के दो तरीके होते है
पहला - जो पसंद है उसे हासिल करना सिखलो
दूसरा - जो हासिल है उसे पसंद करना सिखलो
जिन्दगी जीना आसान नहीं होता
बिना संघर्स कोई महान नहीं होता
जिन्दगी बहूत कुछ सिखाती है
कभी हसती है तो कभी रुलाती है
पर जो हर हाल में खुश रहते है
जिन्दगी उनके आगे सर झुकाती है
चेहरे की हसी से हर गम चुराओ
बहुत कुछ बोलो पर कुछ न छुपाओ
खुद न रूठो कभी
पर सबको मनाओ
राज है ये जिन्दगी का बस जीते चले जाओ
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