जो साथ तुम्हारा निभा सके, वो - हिंदी शायरी
जो साथ तुम्हारा निभा सके, वो सहारा तलाश कर लेना
मेरे साथ अँधेरा है , तुम उजाला तलाश कर लेना
तुम मेरे साथ चल ना पाओगे, मेरी रहो में सिर्फ काटे है
फूल -ही -फूल जहाँ बिखरे हो, वो नजारा तलाश कर लेना
तुम्हे मुकम्मल देखने की आदत है, में टुटा हुआ एक तारा हु
चमक जो करे तुम्हारी रहे रोशन , वो सितारा तलाश कर लेना
तुम्हारी पहचान समंदर से है , मैंने दरिया भी नहीं देखा है
मेरी कश्ती डूब जायेगी तूफान में , तुम किनारा तलाश कर लेना
मेरे साथ अँधेरा है , तुम उजाला तलाश कर लेना
तुम मेरे साथ चल ना पाओगे, मेरी रहो में सिर्फ काटे है
फूल -ही -फूल जहाँ बिखरे हो, वो नजारा तलाश कर लेना
तुम्हे मुकम्मल देखने की आदत है, में टुटा हुआ एक तारा हु
चमक जो करे तुम्हारी रहे रोशन , वो सितारा तलाश कर लेना
तुम्हारी पहचान समंदर से है , मैंने दरिया भी नहीं देखा है
मेरी कश्ती डूब जायेगी तूफान में , तुम किनारा तलाश कर लेना
हमारे Letest Update के लिए Press करे
यह लेख आपको कैसा लगा हमें comment में हमें जरुर बताएँ. हमें आपके सुझावों का इंतजार रहेगा.
➣यदि आपको इस पेज में सुधार की जरूरत महसूस हो रही है, तो कृपया अपने विचारों को हमें शेयर जरूर करें | सुझाव दे/ give suggestion
➣आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर शेयर करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक | सुझाव दे / give suggestion
visit another website-
follow social sites- YouTube
FaceBook ArtFlix ➨
Instagram
follow social sites-
YouTube
FaceBook
ArtFlix ➨
Instagram
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Please do not enter any spam link in the comment box